अपना शहर खंडवा शहर (Apna Sahar Khandwa) lyrics
गुड मॉर्निंग सुप्रभात वंदे मातरम दोस्तों और मुस्कुराइए क्योंकि आप अपने शहर खंडवा में हैं, आज मैं आपको अपने खंडवा शहर पर एक गीत सुनाना चाहता हूं तो दिल थाम के बैठिए।
छूने को है ऊंचाई तेरी आसमां अब संभल जा बारी तेरी, खंडवा मेरा ना रोके रुके, हद से ऊंची ऊंचाई मेरी।
चल दिया है फिर राहों पर रस्ता चौराहों पर सारे हे साथ यहां….
अपना शहर तेरा मेरा शहर 2, अपना शहर तेरा मेरा है घर।
नई है उम्मीदें नौजवा कई है2, सहरा जीत का बंधने को है2।
दादाजी का दर है साथ हमारे मा नवचंडी का आंचल भी है।।
है सूरज सा रोशन बोले हैं मौसम मां भवानी है हम सब के साथ…..
अपना शहर तेरा मेरा शहर2, अपना शहर हे खंडवा शहर।
संत सिंगाजी की पावन ये भूमि2, खंडवा में हे ओंकारेश्वर2 ।
गांव का है यहां पर बसर आते है जाते कई हमसफर ।।
खंडवा ये अपना हे नगरी किशोर दा की उनसे तो खंडवा खंडवा बना।
कल को आज बनाएंगे झूमेंगे गाएंगे साथी हम सारे एक साथ।….
अपना शहर तेरा मेरा शहर2, अपना शहर हे खंडवा शहर।
Credit – maikal melody’s